स्नानघर की ओर ले जाता और लोचन पट खुल जाते वेग से गंगा-से बह जाते स्नानघर की ओर ले जाता और लोचन पट खुल जाते वेग से गंगा-से बह जाते
प्रेमपथ पर कभी दूर दिखाई देती है हमारी मंजिल उगता है बीज मिट्टी में ही वक्त मिल जाने के बाद। प्रेमपथ पर कभी दूर दिखाई देती है हमारी मंजिल उगता है बीज मिट्टी में ही वक्त मिल...
अब शायद सेतु तले की भीड़ में खोना ही मेरे जीवन का हो गया है सार। अब शायद सेतु तले की भीड़ में खोना ही मेरे जीवन का हो गया है सार।
उत्तम खाद पानी से, लें पालन अधिकार। उत्तम खाद पानी से, लें पालन अधिकार।
मत मिटाना अपने दिल में से मिठास। मत मिटाना अपने दिल में से मिठास।
तब ही होगा समाज उन्नत, सुखमय जीवन की चले नाव।। तब ही होगा समाज उन्नत, सुखमय जीवन की चले नाव।।